भीलवाड़ा में हुआ निवेश का उदय, इन्वेसमेंट मीट में हुए 10 हजार करोड़ के एम ओ यू

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गौरव रक्षक/ राजेंद्र शर्मा
भीलवाड़ा 15 Dec. 2021
भीलवाड़ा में हुआ निवेश का उदय, इन्वेसमेंट मीट में हुए 10 हजार करोड़ के एम ओ यू ।
भीलवाड़ा। टेक्सटाइल इंडस्ट्री के नाम से विख्यात भीलवाड़ा में आज निवेश का उदय हुआ है। 100 से ज्यादा निवेशकों ने आज विभिन्न क्षेत्रों में 10 हजार करोड़ के एम ओ यू साइन किए है।
आज अवसर था मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की पहल पर प्रदेश में पहली आयोजित जिला स्तरीय इन्वेस्टमेंट समिट का। उद्योग एवं वाणिज्य विभाग की ओर से जिला प्रशासन, जिला उद्योग केंद्र एवं रिको द्वारा मंगरोप रोड स्थित होटल ग्लोरिया इन में समिट का आयोजन किया गया। उद्योग मंत्री शकुंतला रावत जयपुर से वर्चुअल जुड़ीं। उन्होंने समिट को संबोधित करते हुए कहा कि भीलवाड़ा औद्योगिक भूमि है इन्वेस्ट राजस्थान की जिला स्तरीय शुरुआत भीलवाड़ा से हो रही है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की विकास और नए नए आयाम स्थापित करने की सोच है। आज जो एमओयू साइन हुए हैं वह धरातल पर उतरे यही मुख्यमंत्री की मंशा है। उद्योग मंत्री रावत ने कहा कि जो भी उद्योग लगाना चाहते हैं उन्हें एक ही वेबसाइट पर सारी जानकारी मिलेगी। बेहतर औद्योगिक माहौल, आधारभूत संरचना, कस्टमाइज पैकेज, ब्याज अनुदान, मिशन निर्यातक बनो सहित विभिन्न योजनाओं के बारे में भी उन्होंने जानकारी दी। उद्योग मंत्री रावत ने उद्यमियों को आश्वासन दिया कि उद्यमियों की सभी आकांक्षाओं को पूरा करने का राज्य सरकार प्रयास करेगी। उन्होंने समिट में आए उद्योग पतियों को भीलवाड़ा के साथ ही पूरे राज्य में निवेश करने के लिए भी आमंत्रित किया।
केंद्रीय टेक्सटाइल सेक्रेटरी यूपी सिंह ने समिट को वर्चुअल संबोधित करते हुए भीलवाड़ा के उद्यमियों की तारीफ की। साथ ही कहा कि टेक्सटाइल के हिसाब से राजस्थान, खासकर भीलवाड़ा इंपॉर्टेंट है। वहा औद्योगिक विकास की बहुत संभावनाएं हैं। यह टेक्सटाइल हब तो है ही, और भी बड़ा हब बन सकता है इन्वेस्टर समिट से अच्छे परिणाम सामने आएंगे, यही आशा है। भीलवाड़ा एक इंपॉर्टेंट डेस्टिनेशन के रूप में उभर कर आएगा। वस्त्र मंत्रालय सचिव ने कहा कि भीलवाड़ा का देश की जीडीपी में अहम योगदान है। केंद्र व राज्य सरकार की प्राथमिकता में भी टेक्सटाइल आता है।
भीलवाड़ा में बिजली के रेट ज्यादा है, मुझे आशा है कि राज्य सरकार इस पर काम कर रही है। केंद्र सरकार भी टेक्सटाइल सेक्टर के विकास के लिए काफी काम कर रही है। प्रोडक्शन लिंक इंसेंटिव (पीएलआई) स्कीम गेम चेंजर साबित होगी। राजस्थान में 1 मेगा टैक्सटाइल पार्क भी बनना है। यह भी इन्वेस्टर के लिए बड़ी अपॉर्चुनिटी है। टेक्सटाइल सेक्रेटरी ने कहा कि टेक्निकल टैक्सटाइल में भी इन्वेस्टमेंट की काफी संभावनाएं जताई।
उद्योग आयुक्त अर्चना सिंह ने बतौर मुख्य अतिथि समिट को संबोधित करते हुए कहा कि कोरोना महामारी से लडऩे का जो भीलवाड़ा मॉडल आपने दिया है वैसा ही भीलवाड़ा मॉडल उद्योगों में इन्वेस्टमेंट में भी बनाएं। उद्योगों के सभी समस्याओं के समाधान के लिए राज्य सरकार प्रयत्नशील है। समिट में संभागीय आयुक्त अजमेर डॉ वीणा प्रधान, रीको के एडवाइजर इंफ्रा पुखराज सेन, जिला कलेक्टर शिवप्रसाद एम नकाते, एडीएम राजेश गोयल, जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक राहुल देव सिंह, रीको के सहायक महाप्रबंधक पी आर मीणा मंचासीन थे। जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक राहुल देव सिंह ने भीलवाड़ा में औद्योगिक वातावरण और संभावनाओं पर प्रदर्शन दिया। भूमि की उपलब्धता सुविधाएं बताई। अतिथियों ने औद्योगिक कृषि सहित विभिन्न ब्रोशर का विमोचन किया। इसके बाद विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने उद्यमियों से वन टू वन मीटिंग की। समिट में जिंदल सॉ लिमिटेड के लाइजन हेड राजेंद्र गौड़, रामेश्वर काबरा, वीके सोडाणी, दिनेश नौलखा, श्याम चांडक, दुर्गेश बांगड़, सीपी चंदवानी, शहर के प्रमुख उद्योगपति उपस्थित थे। इस समिट में सर्वाधिक निवेश टेक्सटाइल सेक्टर में हुआ। इसके अलावा माइनिंग, एग्रो फूड, डेयरी, रियल एस्टेट, होटल, मेडिकल सहित विभिन्न सेक्टर में भी निवेश के एमओयू हुए हैं। जिले के ख्यातनाम औद्योगिक समूह संगम ने 1521 करोड़ रुपए , कंचन ग्रुप 650 करोड़ और आरएसडब्ल्यूएम ग्रुप ने 150 करोड़ का, सुदिवा स्पिनर्स 150 करोड रुपए का, बीएसएल लिमिटेड ने 150 करोड़ रुपए का, भीलवाड़ा डेयरी में 138 करोड रुपए का एमओयू और 500 करोड़ रुपए का निवेश के एलओआई किए हैं। संगम ग्रुप स्पिनिंग, वीविंग, प्रोसेसिंग व रेडीमेड गारमेंट सेक्टर में वर्तमान प्लांट में विस्तारीकरण योजना भी लाया है। इन चारों क्षेत्रों में निवेश से लगभग 25,000 लोगों को नया रोजगार मिलने का दावा किया गया है।

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