CBSE 10वीं बोर्ड के परीक्षार्थी मार्किंग पॉलिसी में होंगे फेल तो क्या होगा

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कंपार्टमेंट परीक्षा के आयोजन से पूर्व क्वेश्चन पेपर की कॉपी सीबीएसई को भेजनी होगी. प्रश्नपत्र की मंजूरी मिलने के बाद ही कंपार्टमेंट परीक्षा होगी.

स्कूलों को निर्धारित मानदंड के आधार पर छात्रों का मूल्यांकन करके उनके मार्क्स पांच जून तक जमा करने हैं.

10वीं बोर्ड के परीक्षार्थी अगर मार्किंग पॉलिसी में होते हैं फेल तब भी उनके पास एक और मौका रहेगा. इसके बाद उन्हें कंपार्टमेंटल परीक्षा देनी होगी. इस सिलसिले में स्कूल को सिर्फ कंपार्टमेंटल परीक्षा में शामिल हो रहे विद्यार्थियों और परीक्षा के विषय की जानकारी सीबीएसई को देनी होगी.

कोरोना संक्रमण के बढ़ते स्तर को देखते हुए शैक्षणिक सत्र 2020-21 की 10वीं बोर्ड परीक्षा को रद्द कर दिया गया है. सीबीएसई बोर्ड से एफिलिएटेड स्कूल अब खुद की मूल्यांकन कमेटी के साथ विद्यार्थियों का रिजल्ट तैयार करेंगे. अगर कोई विद्यार्थी असफल होते हैं, तो उनके पास कंपार्टमेंटल परीक्षा देने का विकल्प होगा. सीबीएसई ने इस वर्ष कंपार्टमेंटल परीक्षा के संचालन का जिम्मा स्कूलों को ही दिया है. स्कूल को सिर्फ कंपार्टमेंटल परीक्षा में शामिल हो रहे विद्यार्थियों और परीक्षा के विषय की जानकारी सीबीएसई बोर्ड को देनी होगी.

कंपार्टमेंटल परीक्षा में शामिल होने वाले विद्यार्थियों के लिए इस वर्ष क्वेश्चन पेपर स्कूल को ही तैयार करना होगा. आयोजित वेबिनार में स्कूल को निर्देश दिया गया है कि कंपार्टमेंट परीक्षा के लिए क्वेश्चन पेपर स्कूलों को सीबीएसई के सैंपल पेपर के आधार पर तैयार करना होगा. साथ ही प्रश्नों के स्तर का भी ध्यान रखना होगा. कंपार्टमेंट परीक्षा के आयोजन से पूर्व क्वेश्चन पेपर की कॉपी सीबीएसई को भेजनी होगी. प्रश्नपत्र की मंजूरी मिलने के बाद ही कंपार्टमेंट परीक्षा होगी.

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