भारत छोड़ो आंदोलन की वर्षगांठ100 वर्ष के हीरा सिंह की आवाज में आज भी है जोशएसडीएम शंभू राठी ने स्वतंत्रता सेनानी के घर जाकर भेंट किया अंग वस्त्रनारनौल। कदम-कदम बढ़ाए जा। यह जिंदगी है कौम की तू कौम पर लुटाए जा…। यह गीत सुभाष चन्द्र बोस द्वारा संगठित आजाद हिन्द फौज का तेज कदम ताल गीत था। इसके बोल कप्तान राम सिंह ने लिखे थे। आगे चलकर यह भारत में एक बहुत लोकप्रीय देशभक्ति का गीत बन गया। लगभग 100 वर्ष की उम्र के गांव चिंडालिया के हीरासिंह अक्सर इस गीत को गुनगुनाते हैं।
नेताजी सुभाष चंद्र बोस की आजाद हिंद फौज के पूर्व सैनिक हीरासिंह की आवाज में आज भी वह जोश कायम है जिसकी दहाड़ सुनकर कभी दुश्मनों के कलेजे कांप जाया करते थे।
हीरासिंह नेताजी सुभाष चंद्र बोस की आजाद हिंद फौज के पूर्व सैनिक हैं जिन्होंने नेता जी के नेतृत्व में आजादी की लड़ाई लड़ी थी।
आज भारत छोड़ो आंदोलन की वर्षगांठ पर एसडीएम शंभू राठी ने गांव चिंडालिया में उनके घर जाकर उन्हें अंग वस्त्र भेंट करके उनका आशीर्वाद ग्रहण किया। गौरतलब है कि प्रत्येक वर्ष 9 अगस्त को राष्ट्रपति भवन में एट होम कार्यक्रम में राष्ट्रपति द्वारा देश के कुछ स्वतंत्रता सेनानियों को सम्मानित किया जाता है। इस वर्ष कोविड-19 के संक्रमण के चलते सभी स्वतंत्रता सेनानियों को उनके घर जाकर सम्मानित करने का फैसला लिया गया। आज इसी कड़ी में एसडीएम नारनौल ने स्वतंत्रता सेनानी हीरासिंह को उनके घर जाकर अंग वस्त्र भेंट किए।
ज्यादा उम्र होने के कारण सुनने की क्षमता न होने के कारण हीरासिंह कुछ ज्यादा तो नहीं सुन पाए लेकिन वह एसडीएम के इशारों को ही समझकर अपने पुराने दिनों की बातों को बताने लगे तथा उनकी याद में खो गए।
नेताजी सुभाष चंद्र बोस के साथ आजादी की लड़ाई में बिताए एक-एक पल उनको आज भी याद है। उन्होंने सेल्यूलर जेल में (जिसे देशी भाषा में काला पानी की सजा बोलते हैं) बिताए गए कष्ट कारक दिनों को भी याद किया।
नारनौल एसडीएम के सामने हीरा सिंह के परिवार वालों ने चिकित्सा से संबंधित कुछ परेशानियां बताई जिस पर एसडीएम ने हर माह एक बार उनके घर पर ही एक चिकित्सक को भेजकर उनका परीक्षण करने का आश्वासन दिया
इस मौके पर एचसीएस ट्रेनी नरेंद्र कुमार। गांव के सरपंच सुभाष के अलावा उनके सभी परिजन मौजूद थे।
- हीरा सिंह को अंग वस्त्र भेंट करते एसडीएम शंभू।