सफलतापूर्वक हुआ लीवर की गांठ का चुनोतिपूर्ण ऑपेरशन
गौरव रक्षक/राजेंद्र शर्मा
जयपुर, 25 जनवरी।
एस. एम. एस. हॉस्पिटल के एच. पी. बी. सर्जरी विभाग के चिकित्सकों ने एंटेरियर सेक्शनेक्टमी ऑफ लीवर, लीवर की गांठ के चुनोतिपूर्ण ऑपरेशन को सफलतापूर्वक कर जयपुर निवासी 55 वर्षीय व्यक्ति की जान बचाई है । राजस्थान में इस तरह की सर्जरी पहली बार एस. एम. एस. में हुई है।
एच. पी. बी. विभाग के एच. ओ. डी. डॉ दिनेश ने बताया कि उक्त व्यक्ति तेज पेट दर्द एवं बुखार के साथ एस. एम. एस. अस्पताल के (एच. पी. बी.) हिपेटो-पैनक्रियेटो-बीलियरी विभाग में जांच कराने आया था।मरीज हैपेटाइटिस बी रोग से ग्रसित था तथा डाइबिटीज भी थी। जांच करने पर उसके लीवर के सेगमेंट 5 और 8 के बीच गांठ थी जो कि डायफ्राम के निचले हिस्से के नजदीक थी। यह गांठ ऐसी जगह थी जिसे निकालना तकनीकी रूप से चुनोतिपूर्ण था। एस. एम. एस. अस्पताल के चिकित्सकों ने अंततः इसे ऑपरेशन कर बाहर निकालने का निर्णय लिया एवं सफलतापूर्वक जटिल ऑपरेशन कर गांठ को लीवर के ऊपरी हिस्से एवं डायफ्राम के निचले हिस्से से बाहर निकाला गया और व्यक्ति की जान बचाई गई। सेरोटिक और फ़िब्रोटिक लीवर में इस प्रकार की सर्जरी से लीवर का अच्छा वॉल्यूम बच जाता है
जो मरीज की रिकवरी में सहायक होता है। मरीज पूरी तरह स्वस्थ है।
आपरेशन में डॉ. दिनेश भारती, डॉ. आशुतोष पंचोली, डॉ. पूनम कालरा, डॉ. संजय मोरवाल, डॉ. नचिकेता, डॉ. रोहन, डॉ. सिद्धार्थ ने मिलकर इस जटिल ऑपरेशन को अंजाम दिया। डॉ दिनेश ने यह भी बताया कि अब एस. एम. एस. हॉस्पिटल में लीवर रिसेक्शन सर्जरी एच. पी. बी. विभाग द्वारा नियमित रूप से की जा रही है साथ ही कॉम्प्लेक्स लीवर रिसेक्शन सर्जरी भी नियमित की जाती है।
सुपरिटेंडेंट डॉ. अचल शर्मा ने बताया कि मरीज का ईलाज चिरंजीवी योजना के तहत निःशुल्क हुआ है।