“जयपुर में आयोजित हुई प्रबुद्ध विप्र जन विचार गोष्ठी” “विप्र प्रबुद्ध जन गोष्ठी के जरिए सामाजिक चिंतन” “कार्यक्रम में बने दो अनूठे वर्ल्ड रिकॉर्ड”

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“जयपुर में आयोजित हुई प्रबुद्ध विप्र जन विचार गोष्ठी”

“विप्र प्रबुद्ध जन गोष्ठी के जरिए सामाजिक चिंतन”
“कार्यक्रम में बने दो अनूठे वर्ल्ड रिकॉर्ड”

गौरव रक्षक/राजेंद्र शर्मा

जयपुर/8 अक्टूबर 2023

जयपुर सुबोध लॉ कॉलेज ऑडिटोरियम, मेट्रो मास हॉस्पिटल के पीछे, शिप्रा पथ, मानसरोवर, में प्रातः 10:00 बजे से 1:00 तक एक “गैर राजनीतिक” गोष्ठी का आयोजन किया गया , जिसके माध्यम से समाज कल्याण के अभ्युदय के लिऐ आर्थिक, राजनीतिक, प्रशासनिक ,सामाजिक, शैक्षिक, विचार मंथन और मातृ शक्ति और युवाओ के संवर्धन जैसे सभी विषयों पर विमर्श किया गया ।

जहां एक समाज, एक जाजम और एक विचार जैसी सोच को मूर्त रूप देने हेतु ब्राह्मण समाज के प्रबुद्धजन भारी संख्या में जुटे, और गहन चिंतन मनन के बाद अनेकों प्रस्ताव भी पारित किए। भारी संख्या का आलम यह रहा कि बड़े बड़े पूर्व अधिकारी भी सभागार में नीचे सबके साथ बैठे हुए थे, यहां तक कि स्टेज पर भी लोग खचाखच बैठे हुए थे, और पूर्ण शालीनता, गरिमा अनुशासन के साथ शांत होकर कार्यक्रम को देखते सराहते नजर आए। सभागार के बाहर भी स्क्रीन और कुर्सियां लगाई गई थी जो फुल भर गई और भारी संख्या में लोग खड़े हुए भी सुनते नजर आई। यह विप्र समाज का स्वतः स्फूर्त आयोजन था।

इस प्रबुद्ध जन गोष्ठी में बड़ी भारी संख्या में प्रशासनिक अधिकारी, निजी क्षेत्र के एम्प्लॉय,डॉक्टर, इंजीनियर, शोध छात्र, व्यवसाई ,उद्यमी, व्यापारी,अधिवक्ता एवं न्यायिक क्षेत्र के कर्मचारी गण, चिकित्सा एवं मेडिकल सर्विसेज, शिक्षा के शिक्षक व्याख्याता प्रोफेसर HOD, समाज सेवी एवं NGO,सक्रिय ब्लॉगर एवं युटुबर,लेखक चिंतक प्रबंधक,
संस्कृत विद्वान पंडित पुजारी कर्मकांडी,न्यू स्टार्टअप, सोशल मीडिया नेटवर्किंग,बिल्डर्स एंड प्रमोटर , महिला शक्ति , सैन्य सेवाएं ,कलाकार, आदि शामिल हुए।

1 एक दूसरे की हर संभव मदद, निंदा आलोचना से दूर रह, किसी नही जाति, धर्म, संप्रदाय, पंथ के बारे में कोई भी उल्टी-सीधी टिप्पणी नहीं करना सबको साथ लेकर चलना ।
2 अधिकाधिक वोटिंग करना, समाज के प्रत्याशी को हरसंभव सहयोग
4. एक सब के लिए तथा सब एक के लिए की भावना से व्यापार व्यवसाय के निरंकारी मॉडल पर काम करें।
5. शादियों के मुहुर्त यथासंभव दिन में निकालना,सनातन संस्कृति को प्रमोट करते हुए कम खर्च में शादी, एवं फूहड गानों पर डांस पर रोक, देशप्रेम एवं सनातन संस्कृति के संगीत पर कार्यक्रम,विवाह में दूल्हे के दाढी बढाकर आने पर शत प्रतिशत रोक एवं पेनल्टी का प्रावधान किया जावे।
6. ब्राह्मण समाज में नपस में अधिकाधिक विवाह हो। पारिवारिक विघटन रोकने के लिए काउंसलिंग एवं हेल्पलाईन।
7. ब्राहमण युवा बच्चों के लिए कौशल विकास कार्यक्रम, रोजगार वृद्धि, प्लेसमेंट सेवाएं, ऋण उपलब्ध कराना फीस स्कॉलरशिप आदि उपलब्ध कराना एवं सरकार की विभिन्न योजनाओं के माध्यम से सशक्त बनाना। इसके लिए शीघ्रातिशीघ्र यूथ के कौशल विकास हेतु सेमीनार ।
8. समाज के प्रतिभावान छात्र-छात्राओं को काउंसलिंग, कोचिंग, फीस हॉस्टल, स्कूल आदि
सुविधा।
9. ब्राह्मण हितार्थ कोपर्स फंड बनाना 10.समाज की महिलाओ को राजनीतिक रूप से आगे बढ़ाना।
11 लीगल हेल्पलाईन का गठन

पलक शुक्ला आर्थिक विशेषज्ञ द्वारा महिला स्वावलंबन पर बल दिया गया।

डॉ. अल्का गौड समाजसेवी ने कहा कि महिला स्वावलंबन, स्किल डेवलपमेंट, महिलाओं का विकास किया जाए
डॉ. हेमलता शर्मा ने कहा कि महिला सशक्तीकरण, महिला लीडरशिप वृद्धि एवं यूथ की लीडरशिप पर काम हो।
विवेक दशोरा ने व्यापार, व्यवसाय, सिविल सर्विसेज की तैयारी, यूथ की हेल्प के बारे में बताया
मोनू जगरिया ने पूर्वी राजस्थान की सामाजिक, सांस्कृतिक, राजनीतिक स्थिति वर्तमान पर प्रकाश डाला।
संयुक्त कर्मचारी महासंघ के महावीर शर्मा द्वारा समाज की एकता पर बल दिया गया।
पी एन शर्मा उद्योग विभाग की सरकारी योजनाओं, कार्यक्रमों का युवाओं को अधिकतम लाभ दिलवाने के बारे में बताया।
वरिष्ठ आर ए एस पंकज ओझा ने पारिवारिक एवं सामाजिक विघटन, सनातन धर्म, सोशल मीडिया के दुष्प्रभाव, युवाओं को संस्कृति संस्कार एवं सामाजिक उत्थान की योजना पर चर्चा की ।
हरिप्रसाद शर्मा पूर्व आई पी एस ने बिना किसी भय एवं डर के समाज की हर संभव मदद, रणनीति क्या हो। राजनीतिक, सामाजिक और प्रशासनिक अधिकारियों का अधिकाधिक सामाजिक उपयोग कैसे हो विषय पर बात की।
मनोज शर्मा पूर्व आई ए एस ने यूथ के रोजगार, उद्यम स्किल डेवलेपमेंट के साथ उनको कैसे प्रेरित किया जाए पर मोटिवेशनल चर्चा की ।
जी पी शुक्ला पूर्व कलेक्टर ने बॉस कोर कमेटी का विजन एवं उसका एजेंडा,संगठन, संस्थाओं के मध्य समन्वय, संवाद पर बात की।
लक्ष्मण गौड पूर्व आई ए एस ने आगामी चुनावों में एक साथ वोट कर अधिकाधिक प्रत्याशी जितवाना, राजनीतिक शक्ति संवर्धन, वर्तमान परिदृश्य और हमारी भूमिका पर चर्चा की कि इसमें और समाजो के साथ कैसे बेहतर समझ बनाई जाए.

वरिष्ठ आर ए एस अधिकारी जी एल शर्मा ने प्रबुद्धजन विचार गोष्ठी की अवधारणा का परिचय देते हुए इसकी संकल्पना और प्रस्तावना पर प्रकाश डाला।

राज ब्रह्म कार्मिक के पंकज पंडित ने समाज एकता और एक होकर काम होने के साथ, सकारात्मक कार्यो पर जोर दिया। जयकिशन चुलेट ने समाज की सेवा पर बल दिया।
Ras विकास राजपुरोहित और अशोक शर्मा ने ने शैक्षणिक विकास और कोचिंग पर बल दिया
राज ब्रह्म कार्मिक के एक अन्य कार्मिक द्वारा समाज हित मे हर सम्भव कार्य करने की अपील की गई।
खुले सत्र में राज्य से आये सभी लोगो ने सामाजिक मुद्दों पर अपने विचार व्यक्त किये, और सामाजिक कुरीतियां मिटा कर सभी समाजो को साथ लेकर एक आगे बढ़ा जाए। और यूथ, समाज, मातृशक्ति, आदि को आगे बढ़ाया जाए।

कार्यक्रम में ओपन हाउस में पूरे देश और राज्य के विभिन्न भागों से भारी संख्या में आये विद्वान विप्रजनों ने भी अपनी बात रखी कि समाज क्या करे आये वे खुद समाज के।लिए क्या कर सकते हैं।
इस गोष्ठी में पारित सभी बिंदुओं को
धर्म संसद में पारित प्रस्तावों के रूप में मानने पर जोर दिया गया,कि सभी इनका पालन करे।
कार्यक्रम की महत्वपूर्ण बात यह रही कि इसमें कोई मंच नही बनाया गया, कोई भी एक व्यक्ति इसका आयोजक नही बल्कि सभी व्यक्ति आयोजक थे, लोकतांत्रिक नेतृत्व रहा, समाज मे हर छोटे बड़ा व्यक्ति इसका आयोजक था। राजनीतिक व्यक्तियों और किसी भी राजनीति, दल, और नकारात्मक बातों से बचा गया। सभी बड़े बड़े लोग एक साथ एक जाजम पर बैठे, कोई ऊंच नीच अमीर गरीब का भाव नही रखा गया। और नारी शक्ति द्वारा ही मंच की व्यवस्था, आरती, भगवान परशुराम के चित्र पर माल्यार्पण, दीप प्रज्ज्वलन करवाया गया, जो महिला सशक्तिकरण की दिशा में अभूतपूर्व कदम था।
कार्यक्रम में चित्रकार दीपाली शर्मा और खिलाड़ी शताब्दी अवस्थी का सम्मान किया गया।

कार्यक्रम में दो वर्ल्ड रिकॉर्ड भी बनाए गए ।
प्रबुद्ध जन विचार गोष्ठी में 3000 से ज्यादा पार्टिसिपेंट द्वारा सीने पर अशोक चक्र के साथ अशोक स्तंभ लगाकर देश के आदर्शों एवं प्रतीक के प्रति सम्मान निष्ठा व्यक्त की एवं एक विश्व रिकॉर्ड बनाया गया ।

दूसरे वर्ल्ड रिकॉर्ड के रूप में कार्यक्रम में उपस्थित 3000 से अधिक लोगों द्वारा परमपिता ईश्वर से सर्वजन की समृद्धि प्रगति और देश समाज राज्य के सर्वांगीण विकास के लिए परमपिता से प्रार्थना के रूप में पुष्प हवा में अर्पितकर प्रार्थना कर विश्व रिकॉर्ड बनाया गया, जो विश्व शांति और विश्वकल्याण के लिए अनूठा कदम था।
सीने पर अशोक चक्र लगाकर राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया

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