
ई-गिरदावरी के कार्य का निरीक्षण किया
पटवारियों को डाटा इंट्री के दौरान दिए सावधानी बरतने के निर्देश
नारनौल, 31 अगस्त। जिला में चल रही ई-गिरदावरी के कार्य का निरीक्षण करने के लिए उपायुक्त आरके सिंह आज खुद जिले के गांव फैजाबाद व खायरा के खेतों में पहुंचे। इस दौरान उन्होंने पटवारियों द्वारा मैनुअल तथा टैबलेट के माध्यम से की गई इंट्री की जांच की।
डीसी ने बताया कि पूरे प्रदेश में इस बार ई-गिरदावरी की गई है। इसके लिए सभी पटवारियों को एक टेबलेट दिया गया है जिसमें एक ई-गिरदावरी एप डाला गया है। इसी के माध्यम से गिरदावरी की गई है। डीसी ने पटवारियों को निर्देश दिए कि वे गिरदावरी करते समय पूरी सावधानी बरतें ताकि किसानों को रिकॉर्ड से संबंधित किसी प्रकार की शिकायत न रहे। उन्होंने मैनुअल गिरदावरी में कटिंग होने पर सत्यापित करने के निर्देश दिए। उपायुक्त ने निर्देश दिए कि ई-गिरदावरी एप में एंट्री करते ही खुद ही अच्छी तरह अवलोकन करें ताकि किसी प्रकार की गलती हो तो तुरंत सुधारा जा सके। उन्होंने कहा कि डाटा की एंट्री करने में किसी प्रकार की लापरवाही न बरतें लापरवाही करने वाले पटवारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
उन्होंने बताया कि इस ऐप के माध्यम से मौके पर जाकर पटवारी द्वारा फसल की फोटो कैप्चर की जाती है तथा वहीं से उसका डाटा अपलोड किया जाता है। साथ ही टाइमिंग और किला नंबर भी साथ-साथ नोट किया जाता है। उन्होंने बताया कि ई-गिरदावरी से एक-एक एकड़ का मुकम्मल डाटा एकत्र हो जाता है। यह डाटा तुरंत ही ऑनलाइन सर्वर में ट्रांसफर हो जाता है। कोई भी पटवारी पटवार खाने में बैठे-बैठे रजिस्टर में गिरदावरी की रिपोर्ट नहीं भर सकता। इसके लिए पटवारी को फील्ड में ही जाना पड़ता है। उन्होंने बताया कि किसानोंं द्वारा मेरी फसल मेरा ब्योरा में भरी गई जानकारी को इसके साथ मिलाया जाएगा ताकि फसल खरीद के समय किसी भी प्रकार की गड़बड़ी ना रहे।
इस अवसर पर एसडीएम महेंद्रगढ़ विश्राम कुमार मीणा, जिला राजस्वा अधिकारी राजकुमार, महेंद्रगढ़ तहसीलदार के अलावा अन्य अधिकारी मौजूद थे।
मिट्ट़ी में जैविक कार्बन बढ़ाने के लिए ज्यादा से ज्यादा ऑर्गेनिक खाद का करें प्रयोग :डा. राजपाल यादव
नारनौल, 31 अगस्त। उपायुक्त आरके सिंह के दिशा-निर्देशानुसार व उप कृषि निदेशक जसविंद्र सिंह सैनी के मार्गदर्शन में आज कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की ओर से आत्मा स्कीम के तहत गांव निवाजनगर में किसान-वैज्ञानिक परिचर्चा कार्यक्रम का आयोजन किया। कार्यक्रम में मुख्यातिथि के तौर पर कृषि विज्ञान केंद्र महेन्द्रगढ़ से मृदा वैज्ञानिक डा. राजपाल यादव ने शिरकत की तथा कार्यक्रम की अध्यक्षता नारनौल खंड कृषि अधिकारी डा. अनिल बूरा ने की। कार्यक्रम में लगभग 60 किसानों ने भाग लिया।
डा. राजपाल यादव ने किसानों को मिट्टी के नमूने लेेने का सही तरीका बताया तथा किसानों को जागरूक किया कि खेत में खाद का प्रयोग मृदा स्वास्थ कार्ड के अनुसार ही करें। उन्होंने बताया कि जिले की मिट्टी मे जैविक कार्बन केवल 0.2 है जबकि उपजाऊ मृदा का जैविक कार्बन 0.4 होना चाहिए। उन्होंने बताया कि मिट्ट़ी में जैविक कार्बन बढ़ाने के लिए ज्यादा से ज्यादा ऑर्गेनिक खाद का प्रयोग करना चाहिए। कम्पोस्ट पिट, केचुऑ खाद, बॉयो गैस संयत्र खाद, हरी खाद तथा फसल चक्र से मिट्ट़ी में जैविक कार्बन बढ़ाया जा सकता है।
इस मौके पर कृषि विस्तार सलाहकार डा. दीपचन्द ने आने वाली रबी फसलों चना, सरसों और गेहूं के बारें में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बीज उपचार करने से अत्याधिक बीमारियों का निवारण हो जाता है। इसके लिए बिजाई से पहले अपने नजदीकी कृषि विकास अधिकारी या कृषि विज्ञान केंद्र से जरूर सलाह लें। कृषि विकास अधिकारी डा. सुमित यादव ने किसानंो को परम्परागत खेती वैज्ञानिक पद्घति के साथ करने की सलाह दी। उन्होंने किसानों को हरी खाद के लिए ढैंचा तथा मूंग की फसल बोने के लिए प्रेरित किया। कृषि विकास अधिकारी डा. प्रदीप कुमार ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना व कृषि विकास अधिकारी डा. विनित कुमार ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के बारे में जागरूक किया।
इस मौके पर एटीएम सतीश ने बायो गैस संयत्र के बारें में किसानो को बताया कि इसकी खाद के प्रयोग से खेत में दीमक तथा खरपतवार की समस्या नहीं आती है तथा इस पर सरकार द्वारा 12 हजार रुपए का अनुदान है। एटीएम निशान्त ने किसानो को मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल के बारे मे जानकारी दी।
इस मौके पर गांव के सरपंच राजकुमार शर्मा ने गांव में किसान-वैज्ञानिक परिचर्चा कार्यक्रम करने के लिए विभाग से अधिकारियों का धन्यवाद किया।

दोपहिया वाहन चलाते समय हमेशा हेलमेट का प्रयोग करना चाहिए : श्याम सुन्दर
नारनौल, 31 अगस्त। लोगों को दोपहिया वाहन चलाते समय हमेशा हेलमेट का प्रयोग करना चाहिए ताकि वह अपनी व दूसरे के जीवन की रक्षा कर सकें। यह विचार रेडक्रास सचिव श्याम सुन्दर ने स्थानीय रेडक्रास भवन में बेसिक फ्स्र्ट एड प्रशिक्षण के लिए आए युवाओं को संबोधित करते हुए व्यक्त किए।
जिला रेडक्रास सचिव श्याम सुन्दर नेे बताया कि उपायुक्त आरके सिंह के मार्गदर्शन में चालक लाईसेंस धारकों के लिए महेंद्रगढ़, नारनौल व कनीना में बेसिक फस्र्ट एड प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
उन्होंने युवाओं को दुर्घटना के समय फस्र्ट एड के माध्यम से कैसे बचा जाए तथा दुर्घटना को कैसे रोका जाए के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि वाहन चलाते हुए मोबाईल का इस्तेमाल जीवन के लिए कभी भी खतरनाक साबित हो सकता है। दोपहिया वाहन चलाते समय अगर हेलमेट सिर पर ना हो तो जीवन कभी भी खतरे में आ सकता है। उन्होंने युवाओं को आह्वïान किया कि वो फस्र्ट एड ट्रेिनंग अवश्य लें और अन्य लोगों को भी इस बारे में प्रेरित करें।
रेडक्रास सचिव श्याम सुन्दर ने बताया कि उपायुक्त आरके सिंह के दिशाï-निर्देशानुसार खंड स्तर पर भी बेसिक एवं परिचालक फस्र्ट एड ट्रेनिंग शुरू की जा रही है ताकि युवाओं को दूर-दराज से ना आना पड़े।
इस अवसर पर सहायक सचिव पवन कुमार, जिला प्रशिक्षण अधिकारी प्रेम प्रकाश सहित अन्य कर्मचारी उपस्थित थे।
