अपनों ने ही लूटा – वृद्धा के साथ हुई लूट का पुलिस ने कर दिया 24 घंटे में खुलासा
गौरव रक्षक /राजेंद्र शर्मा
भीलवाड़ा 1 जून।
इसकी करतूत देखो जबकि यह व्यक्ति वृद्ध महिला का रिश्ते में जमाई लगता है फिर भी उसने लूट को अंजाम दे दिया ।
जिले के बारला पोलिया में एक बुजुर्ग बेवा और उसकी भतीजी के गहने लूट की वारदात का हनुमाननगर पुलिस ने खुलासा करते हुये मांडलगढ़ थाना सर्किल के दो बदमाशों रामनाथ गुर्जर व रंगलाल मीणा को गिरफ्तार कर लिया। इनमें एक वृद्धा का जमाई भी शामिल हैं। पुलिस ने लूटे गहने बरामद कर वारदात में काम ली बाइक जब्त कर ली।
हनुमान नगर थाना प्रभारी स्वागत पांडया ने बताया कि बारला पोलिया निवासी 60 वर्षीय बेवा भूरीदेवी गुर्जर ने हनुमान नगर थाने में अज्ञात बदमाशों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई कि रात में वह अपने घर में भतीजी जमना व उसके 5 साल के बेटे के साथ सो रही थी। रात करीब दो बजे उसके मकान के कमरे का गेट तोड़कर बदमाशों ने अंदर प्रवेश किया। बदमाशों ने आते ही भूरी देवी को काबू किया और उसके हाथों से कडूले जबरन छीन लिये। इसके चलते उसे हाथ पर चोट आई। ये बदमाश एक से ज्यादा थे और गालियां भी दे रहे थे। बदमाशों ने भूरी की भतीजी जमना की चांदी की कनगती भी छीन ली। छीने गये चांदी के दोनों जेवरों का वजन दो किलो था। वारदात के बाद बदमाश चले गये। डर के मारे भूरी व जमना ने दरवाजा बंद कर लिया और सुबह होने पर आस-पास के लोगों को अपने साथ हुई वारदात की जानकारी दी । फिर पुलिस को सूचना दी पुलिस ने लूट का मामला दर्ज किया। पुलिस अधीक्षक ने एएसपी चंचल मिश्रा के निर्देशन में टीम गठित की। इस टीम का नेतृत्व थाना प्रभारी ने करते हुये जांच शुरु की। टीम ने वारदातस्थल का बारिकी से निरीक्षण कर साक्ष्य जुटाये। आस-पास लोगों से पूछताछ की ओर कड़ी से कड़ी जोड़ी तो पता चला कि मोचडिय़ों का खेड़ा, मांडलगढ़ निवासी रामनाथ 32 पुत्र सोराम गुर्जर व उसके साथी जालम की झौंपडिय़ा, जैतपुरा बांध को डिटेन कर पुलिस ने पूछताछ की।
आरोपितों ने उक्त वारदात कबूल कर ली। इसके बाद पुलिस ने दोनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। साथ ही आरोपितों की निशानदेही से बुजुर्ग महिला से लूटे आभूषण कड़े और कनगती बरामद कर वारदात में काम ली बाइक जब्त कर ली। पुलिस पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि वे, नशे के आदी हैं और उन पर कर्जा है। इस कर्ज को चुकाने के लिए रुपयों की आवश्यकता होने से इस वारदात की योजना वृद्धा के ही रिश्ते में जंवाई लगने वाले आरापित ने बनाई थी ।