पत्रकारों की पड़ताल कमेटी ने चैंपियन कार प्रकरण का नतीजा पुलिस अधीक्षक को सौंपा
गौरव रक्षक/ राजेंद्र शर्मा
भीलवाड़ा/18 जून 2022
भीलवाड़ा हलचल समाचार पत्र में प्रकाशित खबर को लेकर स्थानीय चैंपियंस कार कंपनी की ओर से थाना प्रताप नगर में दर्ज प्रकरण के तहत भीलवाड़ा प्रेस सोसाइटी, जर्नलिस्ट एसोसिएशन ऑफ राजस्थान ‘जार’ की भीलवाड़ा इकाई एवं जिला पत्रकार संघ की ओर से गठित की गई उच्च स्तरीय पड़ताल कमेटी ने शुक्रवार को अपना नतीजा जिला पुलिस अधीक्षक आदर्श सिद्धू को सौंप दिया
पूर्व जिला एवं सेशन न्यायाधीश एस.एन. देराश्री की अध्यक्षता में गठित कमेटी की पड़ताल से सामने आया कि 15 मई बुधवार को खबर प्रकाशित करने के बाद चैंपियन कार कंपनी के वर्कशॉप इंचार्ज रामेश्वर लाल टांक, अमरेंद्र पांडे ने तीन बार भीलवाड़ा हलचल समाचार पत्र के दफ्तर में आकर मामले को मिलजुल कर निपटाने की बात कही तथा अंतिम मुलाकात 20 मई सोमवार को प्रातः 11:15 बजे भीलवाड़ा हलचल दफ्तर में हुई जहां चैंपियन कार कंपनी के वर्कशॉप हेड रामेश्वर टांक ने नेक्सा कंपनी का विज्ञापन दिलाने का ऑफर दिया एवं बात नहीं बनी फिर भी भीलवाड़ा हलचल समाचार पत्र का विज्ञापन पत्रक लेकर उन्हीं के ऑफिस में टांक ने कुछ लिखा पढ़ी की तथा सौहार्दपूर्ण वातावरण में चाय पानी पी कर गए और उसी दिन थाना प्रताप नगर में FIR दर्ज करवाई गई , कमेटी ने विगत 5 जून को स्थानीय सर्किट हाउस में दोनों पक्षों को लिखित आमंत्रण पत्र भेजकर अपनी अपनी बात रखने का सुनवाई कार्यक्रम आयोजित किया परंतु चैंपियन कार कंपनी की ओर से कोई उपस्थित नहीं हुआ तथा भीलवाड़ा हलचल की तरफ से उपस्थित संपादक अंकुर पारीक, जयेश पारीक के बयान कलमबद्ध किए गए दोनों के बयानों की सत्यता जांचने के लिए तीन वरिष्ठ पत्रकारों की एक उप समिति बनाई गई जिसने 5 दिन चली पड़ताल के बाद अपनी तथ्यात्मक रिपोर्ट प्रस्तुत की इसी रिपोर्ट के आधार पर उच्च स्तरीय कमेटी ने अपना निष्कर्ष और परिणाम निकाल कर जुटाए गए सारे साक्ष्य और बातचीत के प्रमाण, भीलवाड़ा हलचल के सीसीटीवी कैमरे में कैद हुए फुटेज और चार चरणों में चैंपियन कार कंपनी के विरुद्ध प्रकाशित किए गए समाचारों के प्रमाण एवं घटनाक्रम से जुड़े समस्त दस्तावेज शुक्रवार को प्रताप नगर थाने में चल रहे पुलिस प्रकरण के अनुसंधान से जोड़ने के लिए जिला पुलिस अधीक्षक को सौंप दिए ।
कमेटी ने अपने निष्कर्ष और परिणाम में स्पष्ट लिखा है कि चैंपियंस कार कंपनी ने अपने वर्कशॉप में हो रही अनियमितताओं पर पहले पर्दा डालने का प्रयास किया वही कमेटी की पड़ताल में सहयोग नहीं करने से पूरे प्रकरण का आधा सच ही सामने आ पाया रिपोर्ट में पूरे प्रकरण की पुलिस अनुसंधान अधिकारी से निष्पक्ष जांच करवाने की मांग की गई ।
इस अवसर पर कमेटी के चेयरमैन देराश्री के साथ वरिष्ठ पत्रकार महेंद्र ओर्डिया, शहजाद खान, अनिल राठी, प्रकाश चपलोत एवं स्थाई लोक अदालत के पूर्व सदस्य प्रह्लाद राय व्यास ने भी जिला पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर अपना सहयोग प्रदान किया ।